आई.ए.एस.एस.टी उत्तर-पूर्वी भारत का एक प्रमुख वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र हैं, इसका उद्घाटन नोबल पुरस्कार विजेता डोरोथी सी होडग्किन द्वारा 3 नवम्बर 1979 को किया गया था, अपने प्रारंभिक वर्षों में इसका पोषन और रख रखाव असम विज्ञान समाज द्वारा किया गया था। वर्ष 2009 में इसे राज्य सरकार द्वारा अपने एकमात्र स्वायत्त आर एड डी संस्थान के रुप में समर्थन प्राप्त हुआ। संस्थान को मार्च 2009 में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अपने स्वायत्त आर एड डी संस्थान में से एक के रुप में ग्रहण किया गया था।
संस्थान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मौलिक तथा व्यावहारिक दोनों क्षेत्रों के बहु विषयक जैसे प्लाज़्मा भौतिकी, पॉलिमर विज्ञान, जैव- रसायन, औषध निर्माण तथा विकास, नैनो- विज्ञान, औषधीय पौधे, सेरी बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबियल बायोटेक्नोलॉजी, पार्यावरण विज्ञान, माइक्रोबियल फ्यूल सेल आदि अनुसंधान गतिविधियों में लगा हुआ है।